
मधुबाला की जीवनी का लोकार्पण
24 दिसंबर, 2009
नई दिल्ली। भारतीय सिने जगत में अप्रतिम सौदर्य और सशक्त अभिनय के लिए पहचानी जाने वाली अभिनेत्री मधुबाला की जीवनी का कल यहां लोकार्पण किया गया। मधुबाला दर्द का सफर जीवनी का लोकार्पण कल शाम यहां फिल्म डिवीजन के सभागार में आयोजित किया गया। इस मौके पर सांसद राशिद अल्वी ने कहा कि राजनेताओं कर प्रसिद्धी का दौर काफी छोटा होता है। लेकिन कलाकारों एवं कलमकारों की लोकप्रियता कालखंड से पैर होती है। उन्होने कहा कि मधुबाला जैसे कलाकार को भले ही उनके जीवन में उचित सम्मान न दिया गया हो, लेकिन वह सदियों तक लोगों के दिलों पर राज करती रहेगी। पुस्तक की लेखिका सुशीला ने कहा कि मुधबाला अपली जिंदगी में खुशियों और प्यार से कोसो दूर रही ।
उन्हे दुख, तन्हाई और तिरस्कार के सिवा कुछ नही मिला। उनका हंसता हुआ चेहरा देखकर शायद ही आभास हो कि इसके पीछे कितना भयानक दर्द छिपा था। गौरतलब है कि मुगल ए आजम, महल, हाफ टिकट, चलती का नाम गाडी और हावडा ब्रिज जैसी फिल्मों में अभिनय और सौदर्य का जलवा बिखरने वाली मधुबाला का मात्र 36 साल की उम्र में निधन हो गया था।
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